थॉमस अल्वा एडिसन का जीवन परिचय हिंदी में: Thomas Edison Biography in Hindi
दोस्तों आज आपको थॉमस अल्वा एडिसन का जीवन परिचय हिंदी में जानने को मिलेगा|
बचपन मे थॉमस एडिसन ने अपने एक दोस्त को कीड़ो का जूस बना कर पिला दिया उसके बाद उसकी ताभियत बहूत खराब हो गई थी|
और क्या आप जानना चाहते है उनकी एसी कोंसी बातें थी जिन्होंने उन्हें इतना सफल बनाया|
तो दोस्तों इस आर्टिकल को पूरा पडिएगा क्योंकि अंत मे मैं आपको एडिसन की सफलता के 7 कारण बताने वाला हूँ|
जिसने उन्हें गरीबी से उठा कर दुनिया का महान आविष्कारक (Inventor) बना दिया|
कोन थे थॉमस अल्वा एडिसन
थॉमस एडिसन एक इन्वेन्टर (Inventor) के साथ एक बिजनेसमैन भी (Businessmen) थे|
इन्हें बल्ब के अविष्कार (Inventions) के साथ-साथ और बहूत से आविष्कारो के लिए जाना जाता है जैसे:
मोशन पिच्रेस (Motion Pictures), साउंड रिकॉर्डिंग (Sound Recording), और भी बहूत से अविष्कार जिनके बारे मे हम आगे पड़ेंगे|
इसके अलावा इन्होंने अमेरिका की अर्थव्यवस्था (Economy) को सुधारने मे भी बहूत अहम भूमिका निभाई थी|
इनका बचपन|
थॉमस एडिसन का जन्म 11 फरवरी 1847 को मिलान (Milan), ऑहियो (Ohio) मे हुआ, भारत के आजाद होने के लगभग 100 साल पहले|
इनकी माँ का नाम नैंसी (Nancy) था जो की एक स्कूल टीचर थी और इनके पिता का नाम सेमुएल (Samuel) था और वह एक राजनितिक कार्यकर्ता थे|
इनके 7 भाई-बहन थे जिनमे से यह सबसे छोटे थे|
थॉमस एडिसन बचपन से ही बहूत सवाल पूछते थे जैसे मुर्गी अंडे पर क्यों बैठती है|
जब इन्हें बताया गया की ऐसे करने से अंडो को गर्मी मिलती है जिससे चूज़े बहार निकलते है|
तो यह भी अंडे के ऊपर बेठ गए इससे चूज़े बहार तो नहीं आए लेकिन इनकी पैंट खराब हो गई|
इनके ऐसे सवालों के चलते ही इनके बहूत से टीचर इनके सवालों को अनसुना कर देते|
ऐसे ही इन्होंने एक बार एक चिड़िया को कीड़े खाते हुए देखा तो उन्हें एक और सवाल मिल गया|
इन्होंने अपनी टीचर से पूछा अगर चिड़िया कीड़े खा कर उड़ सकती है तो क्या हम भी ऐसे उड़ पाएगें लेकिन टीचर ने इन्हें अनसुना कर दिया|
इसीलिए इन्होंने अपने एक दोस्त को कीड़ो से बना जूस पिला दिया यह देखने के लिए क्या वह उड पाएंगे|
उसे पीकर इनका दोस्त उड़ तो नहीं पाया लेकिन बीमार हो गया और एडिसन की बहूत पिटाई हुई|
इनकी इन्हीं बातो के कारण स्कूल वाले इन्हें अक्सर घर भेज देते थे|
और जब भी इनकी माँ जो की उसी स्कूल मे पढ़ाती थी इसका कारण पूछती तो स्कूल वाले एडिसन को पागल बताते|
स्कूल से निकाला जाना
और एक दिन स्कूल वालो ने इनसे और इनके सवालों से परेशान होकर इन्हें एक खत के साथ घर भेज दिया|
जब उनकी माँ ने वह पढा तो वह रो पड़ी| एडिसन के पूछने पर उन्होंने कहा की इसमें लिखा है:
'तुम एक जीनियस हो, स्कूल तुम्हे अब और नहीं पढा सकता क्योंकि स्कूल में तुम्हे पढाने लायक कोई टीचर नहीं है, तुम एक महान बच्चे हो'
थॉमस एडिसन ने इस बात को मान लिया|
उन्होंने स्कूल मे सिर्फ 3 महीने पढाई की थी उनकी बाकी की स्कूली पढाई उन्होंने अपने माँ से पूरी की|
आगे जाकर वह एक बहूत महान वैज्ञानिक (Scientist) बने जिन्हें आज पूरी दुनिया जानती है|
लेकिन दोस्तों उनकी माँ की मृत्यु के बाद उन्हें वह खत अपनी माँ के बक्से मे मिला|
'असल मे उसमे यह लिखा था की “थॉमस एडिसन एक पागल और असामान्य बच्चा है अब हम इसे और नहीं झेल सकते इसे स्कूल की नहीं एक पागलखाने की जरूरत है|'
यह पड़ कर थॉमस एडिसन रो पडे और उन्होंने अपनी किताब मे लिखा की:
“थॉमस अल्वा एडिसन एक पागल बच्चा था जिसकी माँ ने उसे सदी का सबसे बड़ा आविष्कारक बना दिया|”
12 साल मे पहला बिज़नस|
एडिसन के माता-पिता ने उन्हें किताबे पडाने के लिए एक तरकीब सोची|
उन्होंने एक किताब ख़तम करने पर एडिसन को पैसे देने का वादा किया जिसे सुनकर एडिसन ने किताबे पड़ना शुरू किया|
इस तरह बचपन मे ही उन्हें किताबे पड़ने की आदत लगा गई|और धीरे-धीरे उनकी रूचि साइंस (विज्ञान) मे होने लगी|
उनके माता-पिता ने उनके लिए बेसमेंट मे एक छोटी सी लैब बना दी जहाँ वह अक्सर छोटे-मोटे अविष्कार करते रहते|
एडिसन ने 12 साल की उम्र मे अखबार बेचने का काम शुरू कर दिया और किसी तरह अपने माता-पिता को इसके लिए मना लिया|
2 साल बाद ही उन्होंने अपनी लैब मे अपनी प्रिंटिंग प्रेस शुरू की जो की उनका पहला बिज़नस था|
कुछ समय बाद एडिसन ने अपना खुद का अखबार छापना शुरू किया जिसका नाम "दी ग्रैंड ट्रंक हेराल्ड" (The Grand Trunk Herald) था|
इस अखबार मे एडिसन बिज़नस, विदेशी खबरे और चुटकुले लिखा करते और इन्हें जो भी परेशानियां आती वह अपनी माँ से पूछते थे|
थॉमस एडिसन अपने इस अखबार को बेचने के लिए रेलवे स्टेशन जाते और अखबार के साथ कैंडी भी बेचते थे| लोगो को इनका अखबार पसंद आने लगा|
क्या थॉमस अल्वा एडिसन बहरे थे|
कुछ समय बाद ही एडिसन ने ट्रेन की बोगी मे एक केमिकल लेबोरेटरी (Chemical Laboratory) बना ली क्योंकि उन्हें छोटे-मोटे टेस्ट करने होते थे|
जब यह 16 साल के थे तब इनके केमिकल टेस्ट के कारण ट्रेन मे ब्लास्ट हो गया और जब कंडक्टर आया तो उसने इन्हें बहूत जोर से थप्पड़ मारा|
दोस्तों थॉमस एडिसन को कम सुनाई देता था कुछ लोग कहते थे इसका कारण यह ब्लास्ट था और कुछ कहते थे कंडक्टर का थप्पड़ इसकी वजह थी|
पर दोस्तों 16 साल के थॉमस एडिसन ने इसे अपनी कमजोरी नहीं माना उनका कहना था की:
“अच्छा है मुझे सुनने मे दिक्कत है इसी वजह से मैं दुसरो की बातो में कम ध्यान देकर अपना काम करता रहता हूँ|
टेलीग्राफ (Telegraph) सिखना|
एक बार एडिसन ने एक 3 साल के लड़के को ट्रेन के निचे आने से बचाया उस लड़के के पिता बहूत खुश हुए और बल्दे में एडिसन को टेलीग्राफ सिखाने का वादा किया|
और 15 साल की उम्र मे एडिसन ने टेलीग्राफ सिख लिया था जिसके बाद वह बोस्टन (Boston) चले गए|
वहां यह वेस्टर्न यूनियन (Western Union) कंपनी मे काम करने लगे|
यह रात की नौकरी करते और दिन मे अपने एक्सपेरिमेंट्स (Experiment) करते थे|
थॉमस अल्वा एडिसन का अविष्कार
एडिसन का पहला अविष्कार
इनका पहला अविष्कार था इलेक्ट्रिक वोट रिकॉर्डर (Electric Vote Recorder) जिसका पेटेंट इन्हें 1 जून, 1869 को मिला|
इस मशीन के ज़रिये वोटो को जल्दी गिना जा सकता था|
दोस्तों पेटेंट अगर मैं आसन भाषा मे समझाऊ तो समझिये जैसे आपकी कोई जमीन है जो आपके नाम है|
अब उस जमीन के कागज़ात (Document) पर आपका नाम होने के कारण उसपर आपका अधिकार है| कोई भी आपसे वह ज़मीन हड़प नहीं सकता|
उसी तरह पेटेंट एक तरह का दस्तावेज़ (Document) होता है जिसके चलते आविष्कारक के नाम उसका बनाया अविष्कार दर्ज हो जाता है|
हलाकि यह मशीन उतनी सफल नहीं हो पाई थी क्योंकि उस वक्त इतनी आधुनिक चीज़े इस्तमाल नहीं की जाती थी|
एडिसन ने यह मशीन समय बचाने के लिए बनाई थी ताकि कम वक़्त मे ज्यादा काम किया जा सके|
एडिसन की सफलता के पीछे एक वजह यह भी थी की वह सफल होने तक उसपर काम करते रहते थे
उनके नाम 1093 पेटेंट्स दर्ज थे और लगभग हर एक के पूरा होने से पहले वह 500 से 600 बार नाकामयाब होते| जिससे पता चलता है इनमे बहूत ज्यादा था|
इनका पहला सफल आविष्कार एक यूनिवर्सल स्टॉक प्रिंटर (Universal Stock Printer) था|
जिसके गोल्ड एंड स्टॉक टेलीग्राफ (Gold and Stock Telegrah) नाम की कंपनी बहूत खुश हुई और उन्होंने एडिसन को 40,000 डॉलर दिए (लगभग 30 लाख रुपये)|
इस सफलता के बाद एडिसन ने अपनी टेलीग्राफ की नौकरी छोड़ दी और अपना पूरा समय नए आविष्कारो मे लगाने लगे|
1870 आते-आते एडिसन को बहूत से लोग जानने लगे और इनका बहूत नाम हुआ|
ग्रामोफोने(Gramophone)/फोनोंग्राफ (Phonograph)
दोस्तों एडिसन का पहला सबसे लोकप्रिय अविष्कार फोनोग्राफ था और इसे फोनोग्राफ के नाम से भी जाना जाता था|
इसकी मदद से अब हम आवाज़ को रिकॉर्ड कर सकते थे और सुन सकते थे|
यह अविष्कार लोगो के लिए जादू जैसा था उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था की किसी मशीन से भी आवाज़ पैदा हो सकती है|
इस अविष्कार के बाद दोस्तों थॉमस एडिसन बहूत मशहूर हो गए| उन्हें लोग मेनलो पार्क (Menlo park) का जादूगर कहने लगे|
कुआड्रुप्लेक्स टेलीग्राफ (Quadruplex Telegraph)
सबसे पहले तो दोस्तों मे माफ़ी चाहूँगा की आपको ऐसे शब्द पड़ने पड़ रहे है इनके आविष्कारो के नाम ही ऐसे है|
दोस्तों इस अविष्कार के बनने से पहले एक टाइम मे एक ही आदमी मेसेज (Message) भेज सकता था और दुसरे आदमी को इंतज़ार करना पड़ता था|
और पूरा दिन इसी काम मे निकल जाता|
इस अविष्कार की मदद से अब हम एक ही टाइम पर 4 मेसेज भेज सकते थे|
समझिये जैसे अगर कोई दूसरी तरफ से मेसेज भेज रहा है तो उसके साथ साथ हम भी मेसेज भेज सकते है|
और एडिसन की मशीन से अब काम बहूत आसान होने वाला था|
इसी तरह दोस्तों एडिसन जैसे महान लोगो के कारण ही हमारी आज-कल की ज़िन्दगी इतनी आसान बन पाई है|
तो जब इन्होंने यह अविष्कार बनाया तो वेस्टर्न यूनियन (Western Union) कंपनी ने एडिसन को 1,00,000 डॉलर दिए (कुछ 700,000 रुपए के करीब)|
जिससे एडिसन ने अपनी खुद की कंपनी खोली|
इन्कान्देस्सेंट लाइट बल्ब (Incandescent Light Bulb)
दोस्तों यहाँ मे आपको बताना चाहूँगा की एडिसन ने बल्ब का आविष्कार पूरी तरह से नहीं किया था|
इससे पहले हम्फरी डेवि (Humphry Davy) इसका मॉडल ला चुके थे और बल्ब भी बना चुके थे|
दिक्कत यह थी दोस्तों की बल्ब को जलाने के लिए बहूत सारी बिजली चाहिए होती थी| जिसे लिए हम्फ्री डेवि के पास उतने पैसे नहीं बचे थे|
दूसरी परेशानी यह थी की बल्ब ज्यादा देर तक नहीं चल पता था वो एक-दो घंटे जलने के बाद फट जाता था|
तो एडिसन इस चीज़ मे सुधार लाए| उन्हें प्रिंटर बनाने से जो पैसा मिले थे उससे इनकी बहूत मदद हुई|
दोस्तों बल्ब बनाने से पहले एडिसन लगभग 10,000 बार नाकामयाब हुए|
इन्हें बहूत लोगो ने कहा की अरे अब तो रुक जा 10,000 बार कोशिश करने के बाद भी तो तू वहीं पर है जहाँ से तूने शुरू किया था|
तो इन्होंने कहा की मुझे 10,000 ऐसे तरीके पता चले है जिससे बल्ब नहीं बन सकते जिससे मैं सफलता के काफी करीब हूँ|
तो आप देख सकते है जो इंसान हार मे भी जीत ढूंड ले उसे फिर जितने से कोई नहीं रोक सकता|
अक्टूबर 1879 को जब एडिसन ने बल्ब का अविष्कार किया तो वो बल्ब 13 घंटे चला जिसे देखने के लिए लोग बहूत दूर दूर से आए थे|
इसके बाद दोस्तों एडिसन के पास पैसो की कमी नहीं हुई इन्हें बहूत सारे पैसे मिले और एडिसन ने बहूत से माहन अविष्कार किए|
अन्य अविष्कार
इन्होंने हेनरी फोर्ड (Henry Ford) के साथ मिलकर इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) का मॉडल तैयार किया|
दोस्तों जिन्हें नहीं पता हेनरी फोर्ड वही है जिन्होंने फोर्ड (Ford) कार वाली कंपनी शुरू की थी|
बहूत ज़बरदस्त कहानी है दोस्तों उनकी भी अगर आपको पड़नी हो तो कमेंट्स (Comments) मे जरुर बताइएगा|
वर्ल्ड वार 1 मे एडिसन ने अमेरिकन सरकार के लिए सबमरीन डिटेक्टर्स (Submarine Detector) जैसी मशीने बनाई जिससे उन्हें बहूत मदद मिली|
इन्होंने दुनिया की पहली मोशन मूवी (Motion Movie) बनाई|
दोस्तों आपने वह गोल खिलोने जरुर देखे होंगे जिसके अन्दर अलग-अलग चित्र बने होते थे और उसे घुमाने पर एसा लगता था जैसे वह चल रहे हो|
एडिसन के मोशन मूवी बनाने से पहले मूवी के नाम पर बस वही खिलोने हुआ करते थे|
एडिसन ने कुछ और अविष्कार जैसे:
- इलेक्ट्रिक पेन (Electric Pan),
- मूवी कैमरा (Movie Camera),
- कार्बन माइक्रोफोन (Carbon Microphone),
- कैनेतोस्कोपे (Kinetoscope),
- फोनोमोटर (Phonomotor),
- फोनोंग्राफ सिलिंडर (Phonograph cylinder)
एडिसन का परिवार|
थॉमस एडिसन की दो बार शादी हुई थी और इनके कुल 6 बच्चे थे|
24 साल की उम्र मे एडिसन की शादी मैरी स्तिल्वेल (Mary Stilwell) से हुई और इनके 3 बच्चे थे|
मरिअन एडिसन (Marion Edison), थॉमस अल्वा एडिसन जूनियर (Thomas Alva Edison Jr.) और विलियम एडिसन (William Edison)|
उनकी पहली पत्नी की मृत्यु 29 साल की उम्र मे हो गई थी जिसका कारण किसी को भी नहीं पता|
इसके बाद 39 साल की उम्र मे एडिसन ने 20 साल की मीना मिलर (Mina Miller) से शादी की|
इनके भी 3 बच्चे हुए मेडेलीन एडिसन (Madeleine Edison), चार्ल्स एडिसन (Charles Edison), थिओडोर मिलर एडिसन (Theodore Edison)|
दोस्तों जो मीना मिलर के दुसरे बेटे चार्ल्स एडिसन थे उन्होंने ही एडिसन की कंपनी आगे संभाली और यह न्यू जर्सी (New Jersey) के गवर्नर (Governor) भी बने|
थॉमस एडिसन की मृत्यु 18 अक्टूबर, 1931 को वेस्ट ऑरेंज (West Orange), न्यू जर्सी (New Jersey) मे हुई| इनकी डेथ का कारण डायबिटीज था और यह 84 साल के थे|
एडिसन की सफलता के 7 कारण|
- एडिसन बहूत ही कम उम्र मे खुदके पैरो पर खड़े हो गए थे|
- उन्होंने स्कूली शिक्षा के बजाए अपने अनुभव से सीखा|
- एडिसन ने अपना ज्यादतर ध्यान समस्याओं के समाधान खोजने पर लगाया|
- किसी चीज़ मे पूरी तरह सफल होने से पहले वह प्रयास करते रहते थे|
- आपका बिज़नस आपको पूरी ज़िन्दगी कुछ ना कुछ नया सिखाता रहेगा|
- उन्हें ज्यादातर अवसर उनकी हार के बाद मिले|
- उम्र तै नहीं कर सकती की हमे कोई चीज़ करनी चाहिए या नहीं|
जल्द जानकारी
पूरा नाम: दी ग्रेट थॉमस अल्वा एडिसन (The Great Thomas Alva Edison)
जन्म: 11 फरवरी 1847
मृत्यु: 18 अक्टूबर 1931 (84 साल)
जन्म स्थान: मिलान (Milan), ओहिओ (Ohio)
मृत्यु का स्थान: वेस्ट ऑरेंज (West Orange), न्यू जर्सी (New Jersey)
राष्ट्रीयता: अमेरिकन
शिक्षा: स्वयं शिक्षित
क्या आप जानते है: थॉमस एडिसन की स्कूली पढाई उनकी माँ ने उन्हें दी|
पेटेंट: 1093
बीवियां: 2 (मैरी स्टिलवेल और मीना मिलर)
बच्चे: 6
महान विचार/Thomas Edison Quotes in Hindi
"इंसान की सबसे बड़ी कमजोरी उसका हार मानना है| सफलता प्राप्त करने के सबसे साधारण तरीका है एक और बार कोशिश करना और करते रहना।”
"अवसर खूब सारे लोगों से छुट जाता है, क्योंकि यह रहस्य से छुपा होता है, और कार्य के जैसा दीखता है|"
"मैं असफल नहीं हुआ हूँ, मैंने तो 10000 ऐसे रास्ते ढूँढ निकाले है जो काम नहीं आते और जो गलत रास्ते हैं|
"हर बार कुछ ना कुछ रास्ता होता है और भी बेहतर करने के लिए|"
"किसी भी कार्य में व्यस्त रहना जरूरी नहीं की हमेशा सही कार्य हो। सभी कार्यों का उद्दश्य यह होना चाहिए कि उससे कोई फल निकले या कार्य अच्छे से पूर्ण हो और इनके साथ-साथ पहले विचार किया जाना चाहिए, सही प्रणाली, सही नियोजन, बुद्धि, ईमानदारी और पसीना लगा होना चाहिए|"
लगातार पूछे जाने वाले प्रश्न
- थॉमस अल्वा एडिसन का जन्म कब हुआ था?
जन्म - 11 फरवरी 1847
स्थान - मिलान (Milan), ऑहियो (Ohio) - थॉमस एडिसन की मृत्यु कब और कैसे हुई?
मृत्यु - 18 अक्टूबर, 1931 (उम्र 84 साल)
स्थान - वेस्ट ऑरेंज (West Orange), न्यू जर्सी (New Jersey)|
कारण - डायब्तिस (Diabetes) - एडीसन कितनी बार बल्ब का आविष्कार करने में असफल रहा|
एडिसन बल्ब बनाने से पहले 10,000 बार नाकामयाब हुए थे| वह कहते थे 'मैं हारा नहीं हूँ मुझे 10,000 ऐसे तरीके पता चले है जिससे बल्ब नहीं बन सकता जिससे मैं सफलता के और करीब पहुँच गया हूँ| - थॉमस एडिसन ने क्या आविष्कार किया था|
थॉमस एडिसन ने बल्ब के अविष्कार के साथ-साथ फोनोग्राफ और मूवी कैमरा|
धन्यावाद
तो दोस्तों इस आर्टिकल के ज़रिये आपको Thomas Edison Biography in hindi/थॉमस अल्वा एडिसन का जीवन परिचय हिंदी में पड़ने को मिली|
और हम आशा करते है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा| अगर आपको कुछ भी जानकारी एसी दिखती है जो सही ना हो तो आप कमेंट्स मे हमें बता सकते है| (हमसे संपर्क करे)
हम इस आर्टिकल मे और क्या लिख सकते है आप वह भी बता सकते है जिससे हम आपकी और मदद कर सके|
तो धन्यवाद दोस्तों कॉमेंट्स मे जरुर बताइएगा आप अगला आर्टिकल कीनेके बारे मे पड़ना पसंद करेंगे|
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