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माइकल जोर्डन: मोटिवेशन की आग/Michael Jordan Biography in Hindi

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Michael Jordan Biography in Hindi

माइकल जॉर्डन की जीवनी/Michael Jordan Biography in Hindi

जल्द जानकारी

पूरा नाम: माइकल जेफरी जॉर्डन (Michael Jaffrey Jordan)

जन्म: 17 फरवरी 1963

जन्म स्थान: ब्रुकलिन (Brooklyn), न्यू यॉर्क (New York)

राष्ट्रीयता: अमेरिकन

शिक्षा: नार्थ कैरोलिना (North Caroline)

बीवियां: 2 [जुआनिता वनोए (Juanita Vanoy) और युवेते प्रीतो (Yvette Prieto)]

बच्चे: 5

संपत्ति (Net Worth): 1.6 बिलियन डॉलर्स (लगभग 11 हजार करोड़)

नमस्ते दोस्तों 

इस आर्टिकल के ज़रिए आपको माइकल जॉर्डन की जीवनी हिंदी में/Michael Jordan Biography in Hindi पड़ने को मिलेगी|

दोस्तों कुछ माहान लोग ऐसे होते है जिनकी कहानी जितनी बार भी सुनो हर बार जोश से भर देती है| कुछ एसी ही कहानी है माइकल जोर्डन (Michael Jordan) की|

जिन्होंने अपने पिता के कहने पर 1 डॉलर की कमीज़ को 2000 डॉलर मे बेचा था (लगभग 1.5 लाख रुपए) आइए जाने कैसे|

कोन है माइकल जोर्डन?

दोस्तों बास्केटबॉल के भगवान (God of Basketball) कहलाने वाले माइकल जोर्डन ना केवल बास्केटबॉल के खिलाड़ी रह चुके है बल्कि एक बिज़नसमैन भी है|

2014 मे माइकल जोर्डन एन.बी.ए (नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन) के इतिहास के पहले अरबपति खिलाड़ी बने|

और जोर्डन एक मध्यम वर्ग परिवार (Middle Class Family) से थे उन्होंने यह सारी कामयाबी खुद के दम पर हासिल की|

जोर्डन का बचपन|

जोर्डन का पूरा ना माइकल जेफरी जोर्डन (Michael Jeffrey Jordan) है और इनका जन्म 17 फरवरी, 1963 मे ब्रुकलिन (Brooklyn), न्यू यॉर्क (New York) मे हुआ|

इनकी माँ का नाम डेलोरिस (Deloris) है और वह बैंक मे काम करती थी और इनके पिता का नाम जेम्स (James) था जो की एयर फॉर्म मे काम करते थे| 

यह 5 भाई-बहन थे|

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जॉर्डन का परिवार

दोस्तों जॉर्डन का जीवन इतना आसान नहीं था क्योंकि घर के हालात इतने अच्छे नहीं थे|

जॉर्डन ने यह भी बताया था की उनके दादा एक गुलाम थे और उन्होंने खुद के दम पर पढाई की और खेती करना शुरू किया|

कैसे 1 डॉलर की कमीज़ को 2000 डॉलर में बेचा?

बडिया काम किया

जॉर्डन की ज़िन्दगी का एक किस्सा बहूत मशहूर है दोस्तों की केसे उन्होंने अपने पिता के कहने पर 1 डॉलर की कमीज़ को 2000 डॉलर की बेचा था|

एक बार इनके पिता जी ने इन्हें बुलाया और एक कमीज दिखाते हुए पूछा की बीटा यह कितने की होगी|

तो जॉर्डन ने कहा शायद 1 डॉलर की तो पिता ने कहा की जाओ इसे 2 डॉलर की बेच कर आओ|

इस बात को सुनकर जॉर्डन सोचने लगे 2 डॉलर की कैसे बेचू कुछ समय बाद उन्होंने कमीज़ को अच्छे से धोया लेकिन उनके घर मे इस्तरी नहीं थी|

तो उन्होंने उस कमीज़ को सीधा कर उसे उपर ढेर सारे कपड़े रख दिए और कुछ समय बाद वह पहले से थोड़ी अच्छी दिखने लगी|

वह बाज़ार गए और कई घंटो बाद उसे 2 डॉलर का बेच कर आए और घर आकर उन्होंने अपने पिता को वह 2 डॉलर दे दिए|

उनके पिता ने उन्हें ‘बडिया काम किया’ कहा और चले गए|  

तू ज़िन्दगी मे कुछ बड़ा काम करेगा

कुछ दिनों बाद उनके पिता फिर आए और दुबारा एक कमीज़ दिखाते हुए बोले यह कितने की है जॉर्डन ने फिर जवाब दिया 1 डॉलर की|

पिता ने कहा जाओ इसे 20 डॉलर का बेच कर आओ|

जॉर्डन फिर सोचने लगे की इस बार 20 डॉलर की कैसे बेचू| यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है दोस्तों की उन्होंने कभी हार नहीं मानी और हमेशा सोचा की कैसे होगा|

जिससे हमेश उन्हें कोई ना कोई रास्ता मिल ही जाता था|

तो इस बार कमीज़ को 20 डॉलर का बेचने के लिए उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उस कमीज़ पर मिक्की माउस (Mickey Mouse) का स्टीकर लगा दिया|

और उस कमीज़ को एक स्कूल के बाहर जाके बेचने लगे जहाँ पर बहूत रईस लोगो के बच्चे पड़ते थे|

एक बच्चा उस कमीज़ को लेने की ज़िद करने लगा तो उसके पिता ने उस कमीज़ को 20 डॉलर मे खरीद लिया और साथ ही 5 डॉलर की टिप भी दी|

जॉर्डन ने अपने पिता को वह 25 डॉलर दिए जिसके बाद उनके पिता ने उन्हें कहा ‘तू ज़िन्दगी मे कुछ बड़ा करेगा’ और चले गए|

जॉर्डन बेटा अब तू ज़िन्दगी मे कुछ भी कर सकता है कोई तुझे नहीं रोक सकता

कुछ दिनों बाद उनके पिता फिर आए और कमीज़ दिखा कर पूछने लगे की कितने की होगी| जॉर्डन बोले वही 1 डॉलर की पिता जी इस बार कितने की बेचनी है?

उनके पिता जी मुस्कुराते हुए बोले 200 डॉलर की बेच कर आओ|

एक बार फिर जॉर्डन सोचने लगे की अब 200 डॉलर की कैसे बेचू तो उन्हें पता चला की उनके शहर मे फराह फोसिट (Farrah Fawcett) आई हुई है| जो की उस समय की एक बड़ी हैरोइन थी|

तो उन्हें दुबारा कमीज़ को अच्छे से धोया सीधा किया और जैसे-तैसे फराह के पास चले गए और उनका ऑटोग्राफ (Autograph) उस कमीज़ पर ले लिया|

और जब वह उस कमीज़ को मार्किट मे 200 डॉलर की बेचने गए तो वहाँ लोगो की भीड़ लग गई| उस कमीज़ पर बोली लगना शुरू हो गई|

मैं 200 क्या मैं 300 डॉलर दूंगा, मैं 400, मैं 500 और एक आदमी ने कहा मैं 1000 डॉलर दूंगा, जिसके बाद पीछे भीड़ से आवाज़ आई मैं 2000 डॉलर दूंगा|

और जॉर्डन ने उस 1 डॉलर की मामूली सी कमीज़ को 2000 डॉलर का बेचा और अपने पिता जी के सामने 2000 डॉलर ले कर चले गए|

जब उनके पिता जी ने 2000 डॉलर देखे तो उनकी आँखों मे आंसू आ गए कहने लगे ‘जॉर्डन बेटा अब तू ज़िन्दगी मे कुछ भी कर सकता है कोई तुझे नहीं रोक सकता’|

दोस्तों कितनी भी बड़ी मुश्किल क्यों ना हो या अगर आपको किसी का समाधान ना मिल रहा हो तो यह सोचिए ‘कैसे होगा?’

क्योंकि हर सवाल आपने साथ जवाब लाता है और हर समस्या का समाधान होता है|

बास्केटबॉल मे रूचि|

बचपन से ही जॉर्डन और उनके भाई लैरी (Larry) खेल कूद मे बहूत आगे थे| जॉर्डन शुरू से ही बास्केटबॉल, फुटबॉल और बेसबॉल खेलते रहते थे|

जॉर्डन के बड़े भाई लैरी जॉर्डन से भी बहूत बडिया खेलते थे और दोनों भाई पुरे दिन एक दुसरे मुकाबला लगाते रहते|

स्कूल के वक्त

दोस्तों जॉर्डन जब हाई स्कूल मे थे तो उनकी बास्केटबॉल टीम मे सिलेक्शन नहीं हुई थी| क्योंकि उस वक्त उनकी हाइट ज्यादा नहीं थी और उनके भाई लैरी को सलेक्ट कर लिया गया था|

और टीम मे उन बच्चो को भी जगह मिल गई थी जो जॉर्डन से बहूत बुरा खेलते थे बस उनकी हाइट ज्यादा थी|

जिससे जॉर्डन को बुरा लगा लेकिन जॉर्डन ने अपनी ट्रेनिंग दुगनी कर दी और कुछ ही समय में जॉर्डन की गेम मे बड़ा बदलाव दिखने लगा|

जिससे उन्हें टीम मे जगह मिल गई|
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जॉर्डन और उनके भाई लैरी

दोस्तों जॉर्डन की एक खास बात यह थी की वह हमेशा जीतना ही चाहते थे उन्हें बिलकुल भी हारना मंजूर नहीं था जिस कारण वह अपनी टीम को बहूत ही ज्यादा मोटीवेट करते थे|

दोस्तों स्कूल टीम मे तो जॉर्डन और लैरी दोनों साथ मे थे लेकिन आगे चलकर लैरी की हाइट ज्यादा नहीं बड पाई और वह प्रोफेशनल गेम नहीं खेल पाए थे|

लैरी ने बताया था की लोग उनसे हमदर्दी जताते थे की उनके छोटे भाई जॉर्डन को चुन लिया गया लेकिन उन्हें नहीं|

लेकिन लैरी का कहना था ‘मैंने जॉर्डन को मेहनत कहते देखा था| जॉर्डन स्कूल और घर मे घंटो तक प्रैक्टिस करता था और मैं कभी भी उसके जितनी तकलीफ नहीं उठा पता|’

कॉलेज के वक्त

माइकल जॉर्डन के कोच बताया करते थे की जॉर्डन जब कॉलेज के पहले साल मे थे तब से ही हर रोज़ उसकी गेम मे सुधार दीखता गया|

पुरे दिन ट्रेनिंग के बाद जब जॉर्डन के साथ के प्लेयर घर चलते जाते तो उसके बाद जॉर्डन कॉलेज के सबसे बडिया प्लेयर के साथ अकेले मैच खेलते|

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दोस्तों अगर आप किसी भी तरह की गेम खेलते है या जिम (Gym) जाते है तो आपको पता होगा की एक वक्त एसा आता है जब शरीर जवाब दे देता है चलने की भी हिम्मत नहीं होती और हम काम छोड़ देते है|

लेकिन जॉर्डन इतना थकने के बाद सबसे अच्छे खिलाड़ी के साथ खेलना शुरू करते थे तो आप अनुमान ही लगा सकते है यह किस तरह की ट्रेनिंग यह करते होंगे|

एन.बी.ए (NBA)

एन.बी.ए (नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन) मे आने के बाद भी जॉर्डन ने मेहनत नहीं रोकी वह हर ट्रेनिंग को भी मैच की तरह पूरी ज़ोर के साथ खेलते|

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जॉर्डन बास्केटबॉल खेलते हुए

1999 मे ई.एस.पि.एन. (ESPN) ने माइकल जोर्डन को बीसवी सदी का नार्थ अमेरिका (North America) का सबसे महान प्लेयर घोषित किया था|

अगस्त 2020 मे जो जुते जॉर्डन ने अपने खेल के दोरान पहने थे उनकी बोली लगी थी और वह 6,15,000 डॉलर मे बीके थे (लगभग 4 करोड़ 61 लाख रुपए)|

दोस्तों इतनी सफतला पाने के बाद भी माइकल जॉर्डन मे बिलकुल भी अहंकार नहीं था अपने करियर के शिखर पर पहुचने के बाद भी वह कहते थे की अभी तक मुझसे 9000 शॉट्स चुके है|

300 खेलो मे मैं हारा हूँ और 26 बार मुझसे गेम का आखरी शॉट चूका है जिससे मेरी टीम हारी है|

यही एक असली सफल आदमी की पहचान होती है| और इसी कारण जॉर्डन हमेशा मेहनत करने मे आगे रहे है|

संन्यास (Retirement) लेना|

अपने 19 साल के करियर मे जॉर्डन 3 बार रिटायर हुए थे| सबसे पहले 1993 मे उसे बाद 1998 मे और 2003 मे उन्होंने हमेशा के लिए बास्केटबॉल छोड़ दी थी|

6 अक्टूबर, 1993 मे जॉर्डन ने अपनी रिटायरमेंट के बारे मे अनाउंस कर दिया था| पहले उन्होंने कहा की अब उनकी बास्केटबॉल खेलने मे कोई रूचि नहीं है|

लेकिन बाद मे उन्होंने बताया था की उनके पिता की हत्या होने की वजह से उन्होंने यह फेसला लिया है| जी हाँ दोस्तों उनके पिता की गोली मारकर हत्या की गई थी|

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जॉर्डन बेसबॉल खेलते हुए

बास्केटबॉल छोड़ने के बाद वह बेसबॉल खेलने लगे थे|

उनके पहले संन्यास (Retirement) से पहले 1991 से 1993 तक जब जॉर्डन बुल्स (Bulls) टीम की तरफ से खेलते थे तो बुल्स टीम लगातार उन 3 साल जीती|

और जब 1995 मे जॉर्डन दुबारा बुल्स टीम मे आए तो दुबारा रिटायर होने तक उन्होंने टीम को जिताया|

और एक बार फिर वह 1999 मे दुबारा रिटायर हो गए और 2000 मे एक बार फिर एन.बी.ए (NBA) मे वापस आए और 2003 मे हमेशा के लिए रिटायर हो गए|

दोस्तों जॉर्डन एन.बी.ए के इतिहास मे पहले अरबपति खिलाडी बने उनकी नेट वर्थ 2.1 बिलियन डॉलर थी (लगभग 1 लाख करोड़ रुपए)|

परिवार|

जॉर्डन ने सितम्बर 1989 मे जुआनिता वनोए (Juanita Vanoy) के साथ शादी की और उनके 2 लड़के जेफरी (Jeffrey) और मार्क्स (Marcus) और एक लड़की जेसमीन (Jasmine) हुई|

और दिसम्बर, 2006 मे उनका तलाक हो गया और जॉर्डन को अपनी बीवी को 168 मिलियन डॉलर देने पड़े (लगभग 1 हज़ार करोड़ रुपए)|

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जॉर्डन का परिवार

27 अप्रैल, 2013 मे जॉर्डन ने युवेते प्रीतो (Yvette Prieto) के साथ दूसरी शादी की और उनकी 2 जुड़वाँ बेटियाँ हुई विक्टोरिया (Victoria) और य्साबेल (Ysabel)|

महान विचार/Michael Jordan Quotes in Hindi

मैंने अपने करियर में 9000 से अधिक शॉट मिस किए हैं। मैंने लगभग 300 गेम हारी हैं। मैं अपने जीवन में बार-बार असफल हुआ। और इसी कारण मैं सफल हुआ।

असफलता मेरे लिए स्वीकार्य है, हरेक को किसी न किसी चीज़ में असफलता मिलती है। लेकिन मुझे कोशिश नहीं करना स्वीकार नही हैं|

आप को महान चीजें करने से पहले, महान चीजों की उम्मीद करनी होगी|

अगर आप एक बार हार मान लेते हैं तो यह एक आदत बन जाती है। कभी हार नही मानना!

हमेशा बुरी स्थिति को सकारात्मक अच्छी स्थिति में बदल दें|

सफल होने के लिए, आपको पहले असफल होना सीखना होगा|

सफल होने के लिए आपको मतलबी होना पड़ता है, वरना आप सफलता कभी हासिल नहीं कर सकते। और एक बार जब आप अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच जाते हैं, तब आपको निःस्वार्थ होना पड़ता है|

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धन्यावाद


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